*एयरपोर्ट की तर्ज पर बने आलमबाग बस टर्मिनल की व्यबस्थायें तार तार* लखनऊ परविहन निगम ने एयरपोर्ट की तर्ज पर बने आलमबाग बस टर्मिनल की देख रेख के लिए शालीमार को जिम्मेदारी दी थी परंतु शालीमार द्वारा ठीक से देख रेख नही कर पा रहे है जिससे व्यबस्थायें तार तार हो रही है:- 1-आलमबाग बस टर्मिनल पर रोडवेज कमर्चारियों एवं यात्रियों के वाहन के पार्किंग की कोई समुचित व्यबस्था नही है गाड़िया लावारिस खड़ी रहती है जिससे अराजकतत्वों को बढ़ावा मिल रहा है। 2- मुख्य प्रवेश द्वार पर यात्रियों के लगेज की सकैंनिग मशीन महीनों से खराब चल रही है जिससे यात्री अपने साथ बसो में अराजकतत्व ले जाने में सफल हो रहे है। 3-यात्रियों की सहायता के लिए गॉर्ड की समुचित व्यवस्था की गई है लेकिन गॉर्ड द्वारा भी शिथिलता बरती जा रही है। 4-बसों के निकास द्वार पर जोकि केवल बसों के निकलने के लिए अनुमन्य है जबकि निकास द्वार से यात्री भी धड़ल्ले से निकल रहे है कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। 5-बसों के प्रवेश के समय मार्ग पर जाने बाली बसों को प्लेटफॉर्म दिया जाता है परंतु देखने में आया है कि बसें बिना प्लेटफॉर्म नंबर पाए प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहती है। 6-बस टर्मिनल के सामने मुख्य मार्ग पर कोई भी वाहन खड़ा करना पूर्णतः प्रत्वन्धित है परंतु सारा दिन मुख्य मार्ग पर जाम लगा रहता है। इतनी अव्यबस्थायें होने के बाबजूद भी A.R.M प्रशांत दीक्षित जोकि वेहद तेज तर्रार होने की बजह से नवनिर्मित आलमबाग बस टर्मिनल पर फैली अवयबस्थाओ को भली भांति संभाले हुए है। *By:नायब टाइम्स*
*एयरपोर्ट की तर्ज पर बने आलमबाग बस टर्मिनल की व्यबस्थायें तार तार* लखनऊ परविहन निगम ने एयरपोर्ट की तर्ज पर बने आलमबाग बस टर्मिनल की देख रेख के लिए शालीमार को जिम्मेदारी दी थी परंतु शालीमार द्वारा ठीक से देख रेख नही कर पा रहे है जिससे व्यबस्थायें तार तार हो रही है:- 1-आलमबाग बस टर्मिनल पर रोडवेज कमर्चारियों एवं यात्रियों के वाहन के पार्किंग की कोई समुचित व्यबस्था नही है गाड़िया लावारिस खड़ी रहती है जिससे अराजकतत्वों को बढ़ावा मिल रहा है। 2- मुख्य प्रवेश द्वार पर यात्रियों के लगेज की सकैंनिग मशीन महीनों से खराब चल रही है जिससे यात्री अपने साथ बसो में अराजकतत्व ले जाने में सफल हो रहे है। 3-यात्रियों की सहायता के लिए गॉर्ड की समुचित व्यवस्था की गई है लेकिन गॉर्ड द्वारा भी शिथिलता बरती जा रही है। 4-बसों के निकास द्वार पर जोकि केवल बसों के निकलने के लिए अनुमन्य है जबकि निकास द्वार से यात्री भी धड़ल्ले से निकल रहे है कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। 5-बसों के प्रवेश के समय मार्ग पर जाने बाली बसों को प्लेटफॉर्म दिया जाता है परंतु देखने में आया है कि बसें बिना प्लेटफॉर्म नंबर पाए प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहती है। 6-बस टर्मिनल के सामने मुख्य मार्ग पर कोई भी वाहन खड़ा करना पूर्णतः प्रत्वन्धित है परंतु सारा दिन मुख्य मार्ग पर जाम लगा रहता है। इतनी अव्यबस्थायें होने के बाबजूद भी A.R.M प्रशांत दीक्षित जोकि वेहद तेज तर्रार होने की बजह से नवनिर्मित आलमबाग बस टर्मिनल पर फैली अवयबस्थाओ को भली भांति संभाले हुए है। *By:नायब टाइम्स*