सलोन तहसील में केंद्रीय मंत्री: *सम्पूर्ण समाधान दिवस में केन्द्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने लोगों की सुनी समस्याए, अधिकारियों को शिकायत के निस्तारण के दिये निर्देश* रायबरेली:सलोन दिनाँक 20 अक्टूबर 2020 को भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास और वस्त्र मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने तहसील में सलोन विधायक दल बहादुर कोरी, जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार सहित अन्य अधिकारियों के साथ विधान सभा सलोन की विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की। कोविड-19 एवं संचारी रोग नियंत्रण, स्वच्छता अभियान, पेयजल, आदि की व्यवस्था के सम्बन्ध में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बैठक की अध्यक्षता करतें हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि विधान सलोन क्षेत्र में कितने सीएचसी व पीएचसी के मानक के अनुरूप कितने डाक्टर विशेषकर महिला विशेषज्ञ अपेक्षित है तथा विधास सभा क्षेत्र व क्षेत्र के बाहर कोविड-19 के प्रोटोकाल द्वारा कितने कोविड तथा नाॅन कोविड केसों का समाधान किया गया। आयुषमान भारत में कितना लक्ष्य है और उस लक्ष्य की पूर्ति कब तक सुनिश्चित की जाएगी ताकि मुख्यमंत्री के माध्यम से गोल्डन कार्ड की भी व्यवस्था जनता के माध्य बनी रहे। कोविड-19 के दौरान टेलीमेडिसिन सेन्टर में व्यवस्था में कितनी सुनिश्चित उसकी भी सूची उपलब्ध कराई जाए। कोविड के 3 महीनों में कितनी गम्भीर गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी की गई किन-किन परिवारों व मजरो की बहनों का किया गया। आयुष सेन्टर व सीएचसी पीएचसी के साथ साथ लैब के प्रोटोकाल को दुरूस्त करते हुए तथा कितनी निजी लैब चलाई जा रही है। कुपोषित में सैम व मैम बच्चों सहित बहनों की सुनिश्चित व्यवस्थाओं की गई जानकारी प्राप्त कराये। अबतक कितने स्वास्थ्य कार्यक्रम आयोजित किये गये है आगामी माह में कितने कार्यक्रम करने जा रहे है उसकी जानकारी उपलब्ध कराये। स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से विशेष नागरिक जिसमें दिव्यांग, कुपोषण के शिकार उनके लिए विधान सभा सलोन क्षेत्र में कार्यक्रम किया जाए। कोविड-19 कोरोना काल में मेडिकल मे क्या क्या व्यवस्थाए की गई है। पीडब्लडी विभाग विधान सभा सलोन क्षेत्र में कितनी रोड की मरम्मत का कार्य नही किया गया उन सभी कार्यो को एक माह में पूर्ण किया जाए। राष्ट्रीय राजमार्गों पर गढ्ढे व सड़क किनारे के गढ्ढे भरवाने के निर्देश दिये। जल निगम को निर्देश दिये कि क्षेत्र व मजरो में हैण्डपम्प के पानी के टेस्ट के दौरान फालोराइड व पानी दुषित पाया गया है। जल शक्ति मंत्रालय द्वारा हर घर जल की व्यवस्था के अनुसार क्षेत्र व मजरों के हर घर को स्वच्छ पेयजल पहुचाने के कार्यो का निमयानुसार किया जाए। किन-किन क्षेत्रो में हैण्डपम्प लम्बित तथा हैण्डपम्प की व्यवस्थओं को दुरूस्त करते हुए सूचना दें। मनरेगा विभाग द्वारा बनाये गये ईजत घर कितने जर्जर है कितने टूट गये है उन सभी की सूची बनाकर सूचना प्राप्त कराये तथा शौचालयों व समुदायिक शौचालयों की व्यवस्थाओं को शासन द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुरूप दुरूस्त रखा जाए। तथा बाजार, सप्ताहिक बाजार में भी समुदायिक शौचालयों की व्यवस्था एवं बाजारों की साफ-सफाई की व्यवस्थाओं को चिन्हित करते हुए दुरूस्त रखा जाए। जिन क्षेत्रो में जल भराव की समस्याओं बारिश के दौरान हो जाती है उस सभी क्षेत्रो की चिन्हित कर बारिश के पूर्व ही जल भराव वाली समस्याओं को दुरूस्त किया जाए तथा उसकी व्यवस्थाओं की सूची भी उपलब्ध कराई जाए। गरीब कल्याण योजना के तहत कराये गये कार्यो की जानकारी दें। नहारों, तालाब की सफाई एवं जल संरक्षण के कार्यो को भी पूर्ण किया जाए। केन्द्रीय मंत्री ने बैठक में निर्देश दिये कि नवम्बर माह में न्याय पंचायत स्तर पर किसान चैपाल का आयोजन किया जाए। जिसमंे किसानों को सर्वे कराकर कृषि से जुडे तकनीकी व कृषि कार्याे से शिक्षित करते हुए जोड़ा जा सके। समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग व विधवा, वृद्धा पेंशन की व्यवस्था के पात्र लाभाथियों को लाभ उपलब्ध कराया जाए। केन्द्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने बैठक में विधान सभा सलोन के विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, सिंचाई, बिजली, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क, कृषि, सिंचाई, सहकारिता, वित्त एवं राजस्व, खाद्य विपणन, समाज कल्याण, जिला पंचायत आदि विभागों के अधिकारियों से विकास कार्यो की योजनाओं पर गम्भीरता से चर्चा व जानकारी लेते हुए सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश भी दिये तथा विधान सभा सलोन क्षेत्र व मजरों में कराये जा रहे कार्यो व योजनाओं की प्रगति के बारे में सूचनाए प्राप्त कराने के निर्देश दिये। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने तहसील सलोन में आयोजित सम्पूर्ण सामधान दिवस के अवसर पर लोगों की समस्याओं को भी सुना तथा सम्बन्धित अधिकारियों को आने वाली सभी जन शिकायतों का त्वरित गति से निस्तारण करने के लिए निर्देश भी दिये। इसस पूर्व भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास और वस्त्र मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने तहसील में सलोन में विधान सभा सलोन की 22 परियोजनाओं में से 16 का लोकार्पण व 6 का शिलान्यास किया गया। जिसमें लोक निर्माण विभाग के सम्बन्धित छतोह गांधी नगर मार्ग के किमी 10 में स्थित सेतु 3ग5 मीटर स्पान के लघु सेतु निर्माण कार्य, गृह विभाग सम्बन्धित थाना सलोन में 16 क्षमता, थाना डीह व नसीराबाद में 32 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष का निर्माण कार्य, समाज कल्याण सम्बन्धित राजकीय आश्रम पद्धति सलोन में ट्रांजिट हास्टल, नगर विकास से सम्बन्धित कान्हा उपवन विकास खण्ड-छतोह नगर पंचायत परशदेपुर का शिलान्यास किया तथा चिकित्सा विभाग से सम्बन्धित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सलोन (समाज कल्याण), कृषि विभाग सम्बन्धित विकास खण्ड छतोह में सीड स्टोर और टैक्नालोजी डेसिमिनेशन सेण्टर, पंचायतीराज विभाग सम्बन्धित विकास खण्ड सलोन की ग्राम पंचायत केश्वापुर व डीह की ग्राम पंचायत पोठई में अन्त्येष्टि स्थल का निर्माण सहित बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग सम्बन्धित सलोन व डीह की ग्राम पंचायतों मे 12 आंगनबाड़ी केन्द्र को लोकार्पण किया। इस मौके पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, सलोन एसडीएम अंशिका दीक्षित सहित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। कृत्य:नायाब टाइम्स


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प०राम प्रसाद बिस्मिल जी हज़रो नमन: *“सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है” : कब और कैसे लिखा राम प्रसाद बिस्मिल ने यह गीत!* राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ का नाम कौन नहीं जानता। बिस्मिल, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की क्रान्तिकारी धारा के एक प्रमुख सेनानी थे, जिन्हें 30 वर्ष की आयु में ब्रिटिश सरकार ने फाँसी दे दी। वे मैनपुरी षडयंत्र व काकोरी-कांड जैसी कई घटनाओं मे शामिल थे तथा हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सदस्य भी थे। भारत की आजादी की नींव रखने वाले राम प्रसाद जितने वीर, स्वतंत्रता सेनानी थे उतने ही भावुक कवि, शायर, अनुवादक, बहुभाषाभाषी, इतिहासकार व साहित्यकार भी थे। बिस्मिल उनका उर्दू उपनाम था जिसका हिन्दी में अर्थ होता है ‘गहरी चोट खाया हुआ व्यक्ति’। बिस्मिल के अलावा वे राम और अज्ञात के नाम से भी लेख व कवितायें लिखते थे। *राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ की तरह अशफ़ाक उल्ला खाँ भी बहुत अच्छे शायर थे। एक रोज का वाकया है अशफ़ाक, आर्य समाज मन्दिर शाहजहाँपुर में बिस्मिल के पास किसी काम से गये। संयोग से उस समय अशफ़ाक जिगर मुरादाबादी की यह गजल गुनगुना रहे थे* “कौन जाने ये तमन्ना इश्क की मंजिल में है। जो तमन्ना दिल से निकली फिर जो देखा दिल में है।।” बिस्मिल यह शेर सुनकर मुस्करा दिये तो अशफ़ाक ने पूछ ही लिया- “क्यों राम भाई! मैंने मिसरा कुछ गलत कह दिया क्या?” इस पर बिस्मिल ने जबाब दिया- “नहीं मेरे कृष्ण कन्हैया! यह बात नहीं। मैं जिगर साहब की बहुत इज्जत करता हूँ मगर उन्होंने मिर्ज़ा गालिब की पुरानी जमीन पर घिसा पिटा शेर कहकर कौन-सा बड़ा तीर मार लिया। कोई नयी रंगत देते तो मैं भी इरशाद कहता।” अशफ़ाक को बिस्मिल की यह बात जँची नहीं; उन्होंने चुनौती भरे लहजे में कहा- “तो राम भाई! अब आप ही इसमें गिरह लगाइये, मैं मान जाऊँगा आपकी सोच जिगर और मिर्ज़ा गालिब से भी परले दर्जे की है।” *उसी वक्त पंडित राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ ने यह शेर कहा* “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना है जोर कितना बाजु-कातिल में है?” यह सुनते ही अशफ़ाक उछल पड़े और बिस्मिल को गले लगा के बोले- “राम भाई! मान गये; आप तो उस्तादों के भी उस्ताद हैं।” आगे जाकर बिस्मिल की यह गज़ल सभी क्रान्तिकारी जेल से पुलिस की गाड़ी में अदालत जाते हुए, अदालत में मजिस्ट्रेट को चिढ़ाते हुए और अदालत से लौटकर वापस जेल आते हुए एक साथ गाया करते थे। बिस्मिल की शहादत के बाद उनका यह गीत क्रान्तिकारियों के लिए मंत्र बन गया था। न जाने कितने क्रांतिकारी इसे गाते हुए हँसते-हँसते फांसी पर चढ़ गए थे। पढ़िए राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा लिखा गया देशभक्ति से ओतप्रोत यह गीत – सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है? वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आस्माँ! हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है? एक से करता नहीं क्यों दूसरा कुछ बातचीत, देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफ़िल में है। रहबरे-राहे-मुहब्बत! रह न जाना राह में, लज्जते-सेहरा-नवर्दी दूरि-ए-मंजिल में है। अब न अगले वल्वले हैं और न अरमानों की भीड़, एक मिट जाने की हसरत अब दिले-‘बिस्मिल’ में है । ए शहीद-ए-मुल्को-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार, अब तेरी हिम्मत का चर्चा गैर की महफ़िल में है। खींच कर लायी है सब को कत्ल होने की उम्मीद, आशिकों का आज जमघट कूच-ए-कातिल में है। सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है? है लिये हथियार दुश्मन ताक में बैठा उधर, और हम तैयार हैं सीना लिये अपना इधर। खून से खेलेंगे होली गर वतन मुश्किल में है, सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। हाथ जिनमें हो जुनूँ , कटते नही तलवार से, सर जो उठ जाते हैं वो झुकते नहीं ललकार से, और भड़केगा जो शोला-सा हमारे दिल में है , सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। हम तो निकले ही थे घर से बाँधकर सर पे कफ़न, जाँ हथेली पर लिये लो बढ चले हैं ये कदम। जिन्दगी तो अपनी महमाँ मौत की महफ़िल में है, सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। यूँ खड़ा मकतल में कातिल कह रहा है बार-बार, “क्या तमन्ना-ए-शहादत भी किसी के दिल में है?” सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है? दिल में तूफ़ानों की टोली और नसों में इन्कलाब, होश दुश्मन के उड़ा देंगे हमें रोको न आज। दूर रह पाये जो हमसे दम कहाँ मंज़िल में है! सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। जिस्म वो क्या जिस्म है जिसमें न हो खूने-जुनूँ, क्या वो तूफाँ से लड़े जो कश्ती-ए-साहिल में है। सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है। पं० राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ उनके इस लोकप्रिय गीत के अलावा ग्यारह वर्ष के क्रान्तिकारी जीवन में बिस्मिल ने कई पुस्तकें भी लिखीं। जिनमें से ग्यारह पुस्तकें ही उनके जीवन काल में प्रकाशित हो सकीं। ब्रिटिश राज में उन सभी पुस्तकों को ज़ब्त कर लिया गया था। पर स्वतंत्र भारत में काफी खोज-बीन के पश्चात् उनकी लिखी हुई प्रामाणिक पुस्तकें इस समय पुस्तकालयों में उपलब्ध हैं। 16 दिसम्बर 1927 को बिस्मिल ने अपनी आत्मकथा का आखिरी अध्याय (अन्तिम समय की बातें) पूर्ण करके जेल से बाहर भिजवा दिया। 18 दिसम्बर 1927 को माता-पिता से अन्तिम मुलाकात की और सोमवार 19 दिसम्बर 1927 को सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर गोरखपुर की जिला जेल में उन्हें फाँसी दे दी गयी। राम प्रसाद बिस्मिल और उनके जैसे लाखो क्रांतिकारियों के बलिदान का देश सद्येव ऋणी रहेगा! जय हिन्द !
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लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट: *अभिषेक प्रकाश (आईएएस) लखनऊ जिला मजिस्ट्रेट बने* लखनऊ,अवध जनपद लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश (आईएएस) को उत्तर प्रदेश शासन ने नियुक्ति किया। नायाब टाइम्स परिवार तहेदिल से मुबारकबाद देता है। कृत्य:नायाब टाइम्स
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दिव्य ओझा उप जिला मजिस्ट्रेट बनी: दिव्या ओझा बनी "आईएएस" को उप जिलाधिकारी रायबरेली के पद पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने नियुक्त कर एक नई दिशा दी है। "माहे रमज़ान मुबारक महीने के नवे रोज़े की तहेदिल से मुबारकबाद" 'घरों में इबाबत करें जो आप और मुल्क व अवाम के लिए बेहतर है' आज का दिन "मृत्यु लोक के ईस्वर स्वरूप" चिकित्सको व उनके स्टाफ़ एवं पुलिस कर्मियों,सफाई कर्मी व *लॉक डाउन* में डियूटी पर मुस्तेद कर्मचारियों के नाम......! "17 मई 2020 तक "लॉक डाउन" तथा तीनो *गाईड लाइन* 1- रेड जोन के जिले 2-ऑरेंज जोन 3-ग्रीन जोन : का पालन देश प्रदेश वासी अपने घरों में शांतिपूर्ण नियम से कर सुरक्षित रहे और दूसरों को भी रहने की सलाह दे । ताकि *कोरोना महामारी* की जंग में विजय प्राप्ती हो। जय हिन्द जय भारत.....! कृत्य:नायाब टाइम्स *हार्दिक शुभकामनाओ के साथ बधाई*
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मुत्यु लोक का सच:*आचार्य रजनीश* (१) जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे रिश्तेदारों से मिलने आएंगे और मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो अभी आ जाओ ना मुझ से मिलने। (२) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरे सारे गुनाह माफ कर देंगे, जिसका मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो आज ही माफ कर दो ना। (३) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरी कद्र करेंगे और मेरे बारे में अच्छी बातें कहेंगे, जिसे मैं नहीं सुन सकूँगा, तो अभी कहे दो ना। (४) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आपको लगेगा कि इस इन्सान के साथ और वक़्त बिताया होता तो अच्छा होता, तो आज ही आओ ना। इसीलिए कहता हूं कि इन्तजार मत करो, इन्तजार करने में कभी कभी बहुत देर हो जाती है। इस लिये मिलते रहो, माफ कर दो, या माफी माँग लो। *मन "ख्वाईशों" मे अटका रहा* *और* *जिन्दगी हमें "जी "कर चली गई.*
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