यादों में रहेगा अवध डिपो: अवध डिपो के समस्त ऊर्जावान एवं निष्ठावान मेरे सहयोगी साथियों मैं अपने आप को बेहद खुशनसीब एवं भाग्यशाली मानती हूं जो आप सभी के साथ विगत 3 वर्षों तक कार्य करने का अवसर मिला यह आप सभी के कड़ी मेहनत और लगन का नतीजा रहा की अवधि डिपो प्रदेश में प्रथम स्थान बनाया मैं दैनिक कार्यों के दौरान कभी-कभी आप सभी को डांट फटकार लगाती रहती थी लेकिन अंतः करण से मुझे आप सभी से कभी कोई शिकायत नहीं रही ।आप सभी बेहद अच्छे और बेहद ऊर्जावान हैं ।मैं आशा करती हूं भविष्य में ही आप ऐसे कार्य करते रहेंगे और अपनी सेवाओं से परिवहन निगम को और सुदृढ़ बनायेंगे ।आज अवध डिपो से जाने का सोच के मुझे भी बहुत भावुक खयाल आ रहे हैं ।मैं हमेशा आप सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करूंगी । मेरे द्वारा अनजाने में किसी को कोई तकलीफ दी गई हो उसके लिए मैं क्षमा मांगती हूं आप सभी मेरे लिए बेहद प्रिय हैं और मैं यह भी कहूंगी कभी भी किसी को किसी वक्त पर मेरी कोई जरूरत महसूस हो तो आप बेहिचक मुझे फोन या मैसेज कर सकते हैं। 🙏अमरीन अख्तर
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यौमे पैदाइश की मुबारकबाद आरिज़: *"यौमे पैदाइश"1,अक्टूबर 2020 के मौके पर आरिज़ अली को तहेदिल से मुबारकबाद* रायबरेली,आज हमारे पौत्र आरिज़ अली पुत्र नौशाद अली के योमे पैदाइश का दिन 1अक्टूबर 2020 है । जिसकी खुशी में उसे तहेदिल से *मुबारकबाद* "हैप्पी बर्थडे" आरिज़ अली । दोस्तो आप सब गुजरीस है के आप उसको अपनी दुवाओ से भी नवाज़े। *हैप्पी बर्थडे* आरिज़ अली....!🎂💐 नायाब अली लखनवी सम्पादक "नायाब टाइम्स" *अस्लामु अलैकुम/शुभप्रभात* हैप्पी गुरुवार
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गुरुनानक देव जयन्ती बधाई: मृत्यु लोक के सभी जीव जंतु पशु पक्षी प्राणियों को स्वस्थ शरीर एवं लम्बी उम्र दे खुदा आज के दिन की *💐🌹*गुरु नानक जयन्ती पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं/लख लख मुबारक।*💐🌹 * हो.. रब से ये दुआ है कि आपके परिवार में खुशियां ही खुशियाँ हो आमीन..! अपने अंदाज में मस्ती से रहा करता हूँ वो साथ हमारे हैं जो कुछ दूर चला करते हैं । हम आज है संजीदा बेग़म साहेबा के साथ.....! *अस्लामु अलैकुम/शुभप्रभात* हैप्पी सोमवार
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मुत्यु लोक का सच:*आचार्य रजनीश* (१) जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे रिश्तेदारों से मिलने आएंगे और मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो अभी आ जाओ ना मुझ से मिलने। (२) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरे सारे गुनाह माफ कर देंगे, जिसका मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो आज ही माफ कर दो ना। (३) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरी कद्र करेंगे और मेरे बारे में अच्छी बातें कहेंगे, जिसे मैं नहीं सुन सकूँगा, तो अभी कहे दो ना। (४) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आपको लगेगा कि इस इन्सान के साथ और वक़्त बिताया होता तो अच्छा होता, तो आज ही आओ ना। इसीलिए कहता हूं कि इन्तजार मत करो, इन्तजार करने में कभी कभी बहुत देर हो जाती है। इस लिये मिलते रहो, माफ कर दो, या माफी माँग लो। *मन "ख्वाईशों" मे अटका रहा* *और* *जिन्दगी हमें "जी "कर चली गई.*
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नायाब टाइम्स हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र
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