प्राइवेट व सरकारी स्कूलों में: *वसूली प्राइवेट स्कूलों द्वारा अभिभावकों से सरकारी स्कूलों में मुँह बन्दी सुविधा* "योगेंद्र सिंह" उत्तर प्रदेश:पिछले कुछ दिनों से प्राइवेट स्कूलों की फी वसूली का मुद्दा चर्चा में है। सच पूछिए तो आजादी के बाद सबसे अधिक पतन शिक्षा व्यवस्था का ही हुआ है। प्राइवेट स्कूल पैसा वसूली के अड्डे बन गए हैं, और सरकारी स्कूल अवैध बटवारे के... पढ़ाई लिखाई तो खैर जो है सो हइये है। प्राइवेट स्कूल अब विद्यालय नहीं मॉल हो गए हैं। वहाँ किताबें बिकती हैं, कपड़े बिकते हैं, जूते बिकते हैं, मोजे बिकते हैं, मॉल बिकते हैं, ट्यूशन के मास्टर बिकते हैं, कुछ स्कूलों में धर्म भी बिकता है, और सबसे अंत में शिक्षा बिकती है। और ये सारे सामान लागत मूल्य से दस गुने मूल्य पर बेचे जाते हैं। सरकारी स्कूल मुफ्त राशन की दुकान हो गए हैं। वहाँ सरकार भोजन बांटती है, कपड़े बांटती है, जूते बांटती है, स्कूल बैग बांटती है, पैसे बांटती है, चुनाव के समय वोट का मूल्य बांटती है, और सबसे अंत में शिक्षा बांटती है। इतना ही नहीं, यह सारी बंदरबांट पहली कक्षा से ही बच्चों को उनकी जाति, उनकी कैटेगरी याद दिला कर की जाती है। फिर वही सरकार बुद्धिजीवियों से पूछती है कि जातिवाद मिट क्यों नहीं रहा? और बुद्धिजीवी दारू की बोतल गटक कर कहते हैं, ब्राह्मणवाद के कारण... लॉकडाउन के दौरान विद्यालय बन्द हुए तो सरकार ने आदेश किया कि मध्याह्न भोजन का पैसा हर बच्चे के खाते में भेज दिया जाय। मतलब बटवारा रुकना नहीं चाहिए। उधर प्राइबेट स्कूल वालों ने कहा कि हम ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं, सो फी जमा कीजिये। मतलब वसूली नहीं रुकेगी... दोनों के मालिक अपने अपने एजेंडे पर डटे हुए हैं। मुझे लगता है कि शिक्षा के क्षेत्र में तो कम से कम नैतिकता होनी ही चाहिए। अगर विद्यालय अनुशासित हो गए तो राष्ट्र का भविष्य अनुशासित हो जाएगा। पर दुर्भाग्य यह है कि यहाँ नैतिकता बिल्कुल भी नहीं है। हर जगह केवल और केवल एजेंडा है। हमारे यहाँ नर्सरी क्लास के बच्चे को स्कूल ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। जिस बच्चे की पोट्टी भी मां धोती है, वह ऑनलाइन पढ़ रहा है। इस ऑन लाइन पढ़ाई का लाभ न बच्चा समझ रहा है, न अभिभावक... बस स्कूल प्रशासन समझ रहा है। प्राइवेट स्कूल वालों का तर्क है कि शिक्षकों का वेतन देना है, सो फी लेना सही है। चलिये छोटे स्कूलों की बात तो समझ आती है, पर वे बड़े स्कूल जिनकी कमाई करोड़ों की है वे क्या तीन महीने का वेतन भी अपने पास से नहीं दे सकते ? वैसे मुझे तो यह भी समझ में नहीं आ रहा कि तीन-चार महीना स्कूल बंद हो जाने से ऐसा क्या बिगड़ जा रहा है जो ऑनलाइन पढ़ाना पड़ रहा है? प्राइवेट स्कूल तो यूँ भी गर्मी छुट्टी के नाम पर दो-दो महीने बन्द रहते हैं। पर नहीं, फीस लेना है तो तेला-बेला करना ही पड़ेगा न! आज देखा कि डीपीएस जैसा बड़ा स्कूल ग्रुप मास्क बेंच रहा है, वह भी 400 रुपये में। यह नैतिक पतन की पराकाष्ठा है। आपको क्या लगता है, ऐसी व्यवस्था में पढ़ कर निकला बच्चा किसी के प्रति निष्ठावान हो सकता है? नहीं! न राष्ट्र के प्रति, न समाज के प्रति, न घर के प्रति... वह बस यही सीखेगा कि जैसे भी हो पैसा कमाना है। किसी भी तरह... वैसे डीपीएस ने अब कहा है कि वह मास्क उसका नहीं है। मास्क न भी हो तब भी किताबों, जूतों आदि के नाम पर लूट कम नहीं होती। वैसे मुझे लगता तो नहीं कि लोग प्राइवेट स्कूलों की इस अनैतिकता का विरोध कर पाएंगे, पर उन्हें करना चाहिए। इस लॉक डाउन पीरियड का फी तो नहीं ही दिया जाना चाहिए। कृत्य:नायाब टाइम्स
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टप टप बस में बरसा पानी: *अवध डिपो की जनरथ वातानुकूलित बस से टपक रहा पानी रात को रक्षाबंधन के यात्री छाता लेकर करेंगे सफर* *लखनऊ* उ०प्र०परि० निगम अवध डिपो लखनऊ क्षेत्र की प्रयागराज मार्ग की बस को 13/08/2019 को दिल्ली भेजा गया है,शासन द्वारा शख्त निर्देश होने के बावजूद भी कार्यशाला में बसों का काम नही हो रहा है,जब कोई दुर्घटना होगी तो चालक को जिम्मेदार ठहरा कर बच लेंगे,बरसात के इस मौसम में पूरी बस के अंदर पानी भर रहा है और सीटे भी भीग रही है ऐसे में कैसे यात्री सफर करेंगे जबकि 14/08/2019 की मध्यरात्रि में इस बस को रक्षाबंधन के यात्री लेकर बापस लखनऊ आना है। *कृत्य:नायाब टाइम्स*
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ये मृत्यु लोक है: *ह्र्दयरोग विशेषज्ञ मृत्यु लोक पे "डॉ०राजेश श्रीवास्तव एवं डॉ० संतोष यादव " की रोगियों के बीज अच्छी छवि है तभी तो ईश्वर का भेजा उन्हे फरिश्ता मानते है* लखनऊ,मृत्यु लोक में भारत केउत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के डॉ०श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल हास्पिटल हजरतगंज पार्क रोड लखनऊ के "विशेष गहन चिकित्सा कक्ष" ह्र्दय रोग विभाग में तेयनात डॉ०राजेश श्रीवास्तव "ह्र्दयरोग विशेषज्ञ" एवं डॉ०संतोष यादव 'ह्र्दय रोग विशेषज्ञ' मरीजों को उनकी सेवा उपचार अपने अनुभवों के अनुसार दिन हो या रात किया करते हैं और नियमित दवाओं को बिना नागा खाने की सलाह भी मरीज के साथ तीमारदारों के समाने रख हँसते हुवे जहाँ करते हैं वही उनका मत है कि मृत्यु लोक पे हदृय रोग की बीमारी बहुत अधिक बढ़ती जारही है जिससे मानव की मौत भी अधिक हो जाती है लेकिन आज कल मानव अपने जीवन का न खयाल कर तरह तरह के लज़ीज़ खाने/पकवानों का सेवन इस कदर किया करता है कि ह्र्दय रोग से ग्रस्त हो कर अपनी आने वाली नाशलो में वो बीज बोदेता है यही ह्र्दय रोग का कारण ही है । कृत्य:नायाब टाइम्स
• नायाब अली
मुख्य चिकित्सा अधिकारी की बैठक: *हेल्थ प्रोफेशनल के प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन सम्पन्न* रायबरेली: "सू०वि०रा०" दिनाँक,20 नवम्बर, 2020 द्वारा जारी विज्ञति से अवगत हुआ है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 वीरेन्द्र कुमार सिंह के निर्देश में हेल्थ प्रोफेशनल के प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के ए0एन0एम0टी0सी0 सभागार में आयोजित किया गया। कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी डा0 खालिद रिजवान अहमद द्वारा जनपद में जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों के बारे में विस्तार से बताते हुए की गयी। कार्यशाला में द्वारा कोटपा अधिनियम-2003 की धारा-4 सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू/धुम्रपान निषेध परिसर के बारे में बताया गया। पूनम यादव, जिला परामर्षदाता, तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा तम्बाकू के सेवन से होने वाली दुष्यपरिणामों के बारे में अवगत कराते हुए बताया गया कि जन-मानस में तम्बाकू का सेवन बहुत अधिक मात्रा में पुरूषों के साथ महिलाओं द्वारा भी किया जा रहा है। जिसके परिणाम बहुत ही गम्भीर है, तम्बाकू का धुआॅ रहित या धुएं के साथ दोनों तरह का उपयोग समाज के लिए हानिकारक है। जिसके लिए भारत सरकार का तम्बाकू नियंत्रण कानून-‘‘2003’’ सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद’’ (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाण्ज्यि, उत्पादन, प्रादाय और वितरण का विनियमन) अधिनियम-2003 के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। बैठक में डा0 दिलीप कुमार सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डी0एस0 अस्थाना, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, डा0 छोटेलाल, प्रभारी डब्लू0एच0ओ0, डाटा इन्ट्री आॅपरेटर श्रेयजीत श्रीवास्तव, काउन्सलर संदीप शर्मा, रिजवाना परवीन, क्रान्ति सोनी डी0पी0ए0, अनूप कुमार पाण्डेय, संयम शर्मा आदि लोग उपस्थित थे। कृत्य:नायाब टाइम्स
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मुत्यु लोक का सच:*आचार्य रजनीश* (१) जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे रिश्तेदारों से मिलने आएंगे और मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो अभी आ जाओ ना मुझ से मिलने। (२) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरे सारे गुनाह माफ कर देंगे, जिसका मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो आज ही माफ कर दो ना। (३) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरी कद्र करेंगे और मेरे बारे में अच्छी बातें कहेंगे, जिसे मैं नहीं सुन सकूँगा, तो अभी कहे दो ना। (४) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आपको लगेगा कि इस इन्सान के साथ और वक़्त बिताया होता तो अच्छा होता, तो आज ही आओ ना। इसीलिए कहता हूं कि इन्तजार मत करो, इन्तजार करने में कभी कभी बहुत देर हो जाती है। इस लिये मिलते रहो, माफ कर दो, या माफी माँग लो। *मन "ख्वाईशों" मे अटका रहा* *और* *जिन्दगी हमें "जी "कर चली गई.*
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हैप्पी बर्थडे शिवा कान्त द्विवेदी जी: Lucknow,"Happy Birthday" Aaj hamare apnye shathi Shiva Kant Dwivedi (sr,IAS) 57,years old.up government k Adhikari ka janam din hai.es Khushi me unko bahut bahut'Mubarak Baad' Happy Birthday Shivkant Dwivedi Ji jiyou saalo saal ye duwaa hai meri happy zindagi. by: Nayab Times.
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