अपरजिला मजिस्ट्रेट की बैठक: *शनिवार दिनाँक,12 सितम्बर को पाटीलेक्निक में विभिन्न डिप्लोना में प्रवेश परीक्षा की बैठक करते हुए "पालीटेक्निक की सयुक्त प्रवेश परीक्षा 12 सितम्बर को कोविड-19 के दृष्टिगत रखते हुए पालीटेक्निक की संयुक्त प्रवेश परीक्षा को निर्विघ्न,नकलविहीन व शान्तिपूर्वक सकुशल सम्पन्न कराने के लिए ने दिये उचित दिशा निर्देश पालीटेक्निक की सयुक्त प्रवेश परीक्षा जनपद के 6 परीक्षा केन्द्रों पर होगी आयोजित परीक्षा केन्द्रों पर सभी प्रकार के इलेक्ट्रानिक्स गैजेटस मोबाईल, लेपटॉप, कैलकुलेटर आदि पूरी तरह से प्रतिबन्धित:एडीएम* रायबरेली,अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष ने बचत भवन के सभागार में पालीटेक्निक संस्थाओं में विभ्.िान्न डिप्लोना इंजीनियरिंग पाठ्क्रमों आदि में संयुक्त प्रवेश परीक्षा की अध्यक्षता करते हुए कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद के निर्धारित विभिन्न 6 परीक्षा केन्द्रो पर 12 सितम्बर शनिवार को कोविड-19 कोरोना वायरस के दृष्टिगत रखते हुए परीक्षा को निर्विघ्न, नकलविहीन व शान्तिपूर्वक सकुशल सम्पन्न कराने की समुचित तैयारियां दुरूस्त रखी जाये। जिसकी तैयारियां पूरी तरह से व्यवस्थित रहें। परीक्षा केन्द्रों पर पानी, बिजली, शौचालय के साथ ही सोशल डिस्टेसिंग, मास्क सेनेटाइजर आदि व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखा जाये। उ0प्र0 सयुक्त प्रवेश परीक्षा दो पालियों पर 12 सितम्बर 2020 को प्रथम पाली प्रातः 09ः00 से 12ः00 बजे तक तथा द्वितीय पाली सायं 2ः30 बजे से 5ः30 बजे तक 6 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की जायेगी। परीक्षा को सयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद उत्तर प्रदेश शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप निर्विघ्न, नकलविहनी व शान्तिपूर्वक सकुशल सम्पन्न कराने की सभी तैयारियां प्रधानाचार्य/केन्द्र व्यवास्थापन तथा पर्यवेक्षक, समन्वयी पर्यवेक्षक, अतिरिक्त पर्यवेक्षक, सेक्टर मजिस्टेªट, स्टेटिक मजिस्टेªट, सहायक पर्यवेक्षक, निरीक्षण पर्यवेक्षक, परीक्षा सहायको आदि पूरी कर लें तथा दिये गये दिशा निर्देशों व आदेशों को भली-भांति पढ़ लें। किसी भी प्रकार की यदि कोई कमी हो तो उसको समय रहते उसको दुरूस्त कर लें। केन्द्र पर किसी भी प्रकार का मोबाईल, केलकुलेटर, सभी प्रकार के इलेक्ट्रानिक्स गैजेटस पूरी तरह से प्रतिबन्धित है। सयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों को ड्यूटी में तैनात सभी सम्बन्धित आदि भली-भांति पढ़कर प्रवेश परीक्षा को निर्विघ्न एवं नकलविहीन सकुशल निष्पक्ष व निर्भीक तरीके से सकुशल शान्तिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराना सुनिश्चित करें। अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष ने परीक्षा केन्द्र के प्रचार्य/प्रधानाचार्य केन्द्र व्यवस्थापक तथा सेक्टर/स्टेटिक मजिस्टेªट व सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों आदि को निर्देश दिये है कि 12 सितम्बर को सम्पन्न होने वाली उपरोक्त परीक्षा की सफलता के लिए कहा कि कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण के दृष्टिगत परीक्षा के दौरान कानून एवं शान्ति व्यवस्था पूरी तरह से सुनिश्चित कराते हुए परीक्षा को कुशलता एवं सुचिता पूर्वक सम्पन्न कराते हुए मजिस्टेªट सम्बन्धित अधिकारी तैनात किये गये है। जनपद में परीक्षा को देखते हुए निषेधाज्ञा अन्तर्गत धारा 144 प्रभावी है, कोविड-19 कोरोना वायर से संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए किसी भी परीक्षा केन्द्रों पर किसी भी प्रकार से भीड़-भाड़ न हो तथा परीक्षा के दिन किसी भी परीक्षार्थी तथा केन्द्र के टीचर आदि को सभी प्रकार के इलेक्ट्रानिक्स गैजेटस मोबाईल, लेपटाप, कैलकुलेटर, स्लाइड रूल, इलेक्ट्रानिक्स घड़ी, सादे कागज, कापी, किताबे, नोट्स, पत्रिकाए, खाद्य सामग्री गुटखा आदि पूरी तरह से प्रतिबन्धित किया गया है। परीक्षा के दौरान क्लाक रूम परीक्षार्थियों का समान रखवाया जाये जिसके लिए टोकन की व्यवस्था अभी से कर लें यह पूरी व्यवस्था निःशुल्क रहेगी। इसके अलावा परीक्षा केन्द्रों पर पानी, बिजली, शौचालय आदि की व्यवस्था सहित पूरी तहर से साफ-सफाई की व्यवस्था दुरूस्त रहे। मजिस्टेªट सम्बन्धित अधिकारी डयूटी पर समय से पूर्व पहुचकर परीक्षा की समाप्ति तक अनवरत उपस्थित रह कर दिये गये निर्देशों का पालन करेंगे। इसके अलावा बैठक में संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के सम्बन्ध में अन्य दिशा निर्देश भी दिये गये। काॅडीनेटर आर0पी0 शर्मा, एडीएम ई राम अभिलाष सहित, नगर मजिस्ट्रेट, अतरिक्त मजिस्ट्रेट आदि अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे। कृत्य:नायाब टाइम्स -


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दिव्य ओझा उप जिला मजिस्ट्रेट बनी: दिव्या ओझा बनी "आईएएस" को उप जिलाधिकारी रायबरेली के पद पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने नियुक्त कर एक नई दिशा दी है। "माहे रमज़ान मुबारक महीने के नवे रोज़े की तहेदिल से मुबारकबाद" 'घरों में इबाबत करें जो आप और मुल्क व अवाम के लिए बेहतर है' आज का दिन "मृत्यु लोक के ईस्वर स्वरूप" चिकित्सको व उनके स्टाफ़ एवं पुलिस कर्मियों,सफाई कर्मी व *लॉक डाउन* में डियूटी पर मुस्तेद कर्मचारियों के नाम......! "17 मई 2020 तक "लॉक डाउन" तथा तीनो *गाईड लाइन* 1- रेड जोन के जिले 2-ऑरेंज जोन 3-ग्रीन जोन : का पालन देश प्रदेश वासी अपने घरों में शांतिपूर्ण नियम से कर सुरक्षित रहे और दूसरों को भी रहने की सलाह दे । ताकि *कोरोना महामारी* की जंग में विजय प्राप्ती हो। जय हिन्द जय भारत.....! कृत्य:नायाब टाइम्स *हार्दिक शुभकामनाओ के साथ बधाई*
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मुत्यु लोक का सच:*आचार्य रजनीश* (१) जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे रिश्तेदारों से मिलने आएंगे और मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो अभी आ जाओ ना मुझ से मिलने। (२) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरे सारे गुनाह माफ कर देंगे, जिसका मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो आज ही माफ कर दो ना। (३) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरी कद्र करेंगे और मेरे बारे में अच्छी बातें कहेंगे, जिसे मैं नहीं सुन सकूँगा, तो अभी कहे दो ना। (४) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आपको लगेगा कि इस इन्सान के साथ और वक़्त बिताया होता तो अच्छा होता, तो आज ही आओ ना। इसीलिए कहता हूं कि इन्तजार मत करो, इन्तजार करने में कभी कभी बहुत देर हो जाती है। इस लिये मिलते रहो, माफ कर दो, या माफी माँग लो। *मन "ख्वाईशों" मे अटका रहा* *और* *जिन्दगी हमें "जी "कर चली गई.*
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अति दुःखद: *पूर्व विधायक आशा किशोर के पति का निधन* रायबरेली,सलोन विधान सभा के समाजवादी पार्टी की पूर्व विधायक आशा किशोर के पति श्याम किशोर की लंबी बीमारी के बाद लखनऊ के एक अस्पताल में निधन हो गया।इनकी उम्र लगभग 70 वर्ष की थी और पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। स्व श्याम किशोर अपने पीछे पत्नी आशा किशोर सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। श्याम किशोर की अंत्येष्टि पैतृक गांव सुखठा, दीन शाहगौरा में किया गया।इस अवसर पर सपा के वरिष्ठ नेता रामबहादुर यादव, विधायक डॉ मनोज कुमार पांडे, आरपी यादव, भाजपा सलोन विधायक दल बहादुर कोरी, राम सजीवन यादव, जगेश्वर यादव, राजेंद्र यादव,अखिलेश यादव राहुल निर्मल आदि ने पहुंचकर शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया। कृत्य:नायाब टाइम्स
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*--1918 में पहली बार इस्तेमाल हुआ ''हिन्दू'' शब्द !--* *तुलसीदास(1511ई०-1623ई०)(सम्वत 1568वि०-1680वि०)ने रामचरित मानस मुगलकाल में लिखी,पर मुगलों की बुराई में एक भी चौपाई नहीं लिखी क्यों ?* *क्या उस समय हिन्दू मुसलमान का मामला नहीं था ?* *हाँ,उस समय हिंदू मुसलमान का मामला नहीं था क्योंकि उस समय हिन्दू नाम का कोई धर्म ही नहीं था।* *तो फिर उस समय कौनसा धर्म था ?* *उस समय ब्राह्मण धर्म था और ब्राह्मण मुगलों के साथ मिलजुल कर रहते थे,यहाँ तक कि आपस में रिश्तेदार बनकर भारत पर राज कर रहे थे,उस समय वर्ण व्यवस्था थी।तब कोई हिन्दू के नाम से नहीं जाति के नाम से पहचाना जाता था।वर्ण व्यवस्था में ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य से नीचे शूद्र था सभी अधिकार से वंचित,जिसका कार्य सिर्फ सेवा करना था,मतलब सीधे शब्दों में गुलाम था।* *तो फिर हिन्दू नाम का धर्म कब से आया ?* *ब्राह्मण धर्म का नया नाम हिन्दू तब आया जब वयस्क मताधिकार का मामला आया,जब इंग्लैंड में वयस्क मताधिकार का कानून लागू हुआ और इसको भारत में भी लागू करने की बात हुई।* *इसी पर ब्राह्मण तिलक बोला था,"क्या ये तेली, तम्बोली,कुणभठ संसद में जाकर हल चलायेंगे,तेल बेचेंगे ? इसलिए स्वराज इनका नहीं मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है यानि ब्राह्मणों का। हिन्दू शब्द का प्रयोग पहली बार 1918 में इस्तेमाल किया गया।* *तो ब्राह्मण धर्म खतरे में क्यों पड़ा ?* *क्योंकि भारत में उस समय अँग्रेजों का राज था,वहाँ वयस्क मताधिकार लागू हुआ तो फिर भारत में तो होना ही था।* *ब्राह्मण की संख्या 3.5% हैं,अल्पसंख्यक हैं तो राज कैसे करेंगे ?* *ब्राह्मण धर्म के सारे ग्रंथ शूद्रों के विरोध में,मतलब हक-अधिकार छीनने के लिए,शूद्रों की मानसिकता बदलने के लिए षड़यंत्र का रूप दिया गया।* *आज का OBC ही ब्राह्मण धर्म का शूद्र है। SC (अनुसूचित जाति) के लोगों को तो अछूत घोषित करके वर्ण व्यवस्था से बाहर रखा गया था।* *ST (अनुसूचित जनजाति) के लोग तो जंगलों में थे उनसे ब्राह्मण धर्म को क्या खतरा ? ST को तो विदेशी आर्यों ने सिंधु घाटी सभ्यता संघर्ष के समय से ही जंगलों में जाकर रहने पर मजबूर किया उनको वनवासी कह दिया।* *ब्राह्मणों ने षड़यंत्र से हिन्दू शब्द का इस्तेमाल किया जिससे सबको को समानता का अहसास हो लेकिन ब्राह्मणों ने समाज में व्यवस्था ब्राह्मण धर्म की ही रखी।जिसमें जातियाँ हैं,ये जातियाँ ही ब्राह्मण धर्म का प्राण तत्व हैं, इनके बिना ब्राह्मण का वर्चस्व खत्म हो जायेगा।* *इसलिए तुलसीदास ने मुसलमानों के विरोध में नहीं शूद्रों के विरोध में शूद्रों को गुलाम बनाए रखने के लिए लिखा !* *"ढोल गंवार शूद्र पशु नारी।ये सब ताड़न के अधिकारी।।"* *अब जब मुगल चले गये,देश में OBC-SC के लोग ब्राह्मण धर्म के विरोध में ब्राह्मण धर्म के अन्याय अत्याचार से दुखी होकर इस्लाम अपना लिया था* *तो अब ब्राह्मण अगर मुसलमानों के विरोध में जाकर षड्यंत्र नहीं करेगा तो OBC,ST,SC के लोगों को प्रतिक्रिया से हिन्दू बनाकर,बहुसंख्यक लोगों का हिन्दू के नाम पर ध्रुवीकरण करके अल्पसंख्यक ब्राह्मण बहुसंख्यक बनकर राज कैसे करेगा ?* *52% OBC का भारत पर शासन होना चाहिये था क्योंकि OBC यहाँ पर अधिक तादात में है लेकिन यहीं वर्ग ब्राह्मण का सबसे बड़ा गुलाम भी है। यहीं इस धर्म का सुरक्षाबल बना हुआ है,यदि गलती से भी किसी ने ब्राह्मणवाद के खिलाफ आवाज़ उठाई तो यहीं OBC ब्राह्मणवाद को बचाने आ जाता है और वह आवाज़ हमेशा के लिये खामोश कर दी जाती है।* *यदि भारत में ब्राह्मण शासन व ब्राह्मण राज़ कायम है तो उसका जिम्मेदार केवल और केवल OBC है क्योंकि बिना OBC सपोर्ट के ब्राह्मण यहाँ कुछ नही कर सकता।* *OBC को यह मालूम ही नही कि उसका किस तरह ब्राह्मण उपयोग कर रहा है, साथ ही साथ ST-SC व अल्पसंख्यक लोगों में मूल इतिहास के प्रति अज्ञानता व उनके अन्दर समाया पाखण्ड अंधविश्वास भी कम जिम्मेदार नही है।* *ब्राह्मणों ने आज हिन्दू मुसलमान समस्या देश में इसलिये खड़ी की है कि तथाकथित हिन्दू (OBC,ST,SC) अपने ही धर्म परिवर्तित भाई मुसलमान,ईसाई से लड़ें,मरें क्योंकि दोनों ओर कोई भी मरे फायदा ब्राह्मणों को ही हैं।* *क्या कभी आपने सुना है कि किसी दंगे में कोई ब्राह्मण मरा हो ? जहर घोलनें वाले कभी जहर नहीं पीते हैं।*
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लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट: *अभिषेक प्रकाश (आईएएस) लखनऊ जिला मजिस्ट्रेट बने* लखनऊ,अवध जनपद लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश (आईएएस) को उत्तर प्रदेश शासन ने नियुक्ति किया। नायाब टाइम्स परिवार तहेदिल से मुबारकबाद देता है। कृत्य:नायाब टाइम्स
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