रायबरेली हो कर प्रयागराज ? :*20 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक राजमार्ग 24बी पर यातायात हेतु रूट परिवर्तित:वैभव श्रीवास्तव "डीएम"* रायबरेली:"सू०वि०रा०" ने जानकारी दी है कि *भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा जनपद रायबरेली* में रायबरेली प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग 24बी के किमी 84 में स्थित सई सेतु में मेसर्स सनराइज इन्जीनियर द्वारा प्रारम्भ किये गये मरम्मत कार्य एवं म्गचंदेपवद श्रवपदज के फिक्सिंग के लिए 20 अक्टूबर से 5 नवम्बर 2020 तक पूर्ण यातायात परिवर्तित कराने तथा ब्रिज वर्ष 1966 में खुलने के पश्चात कोई मरम्मत का कार्य न किये जाने कारण ब्रिज का म्गचंदेपवद श्रवपदज पूर्ण रूप से निष्किय हो चुका है, जिसके वजह से पुल पर प्रतिकूल दबाव पड रहा है तथा क्षतिग्रस्त होने की स्थिति बन रही है, जिसके कारण म्गचंदेपवद श्रवपदज तत्काल बदलना अति आवश्यक है। जिसके तहत यातायात परिवर्तित किया जायेगा। हल्ले वाहन के लिए लखनऊ के तरफ से प्रयागराज की तरफ जाने वाले हल्के वाहन रायबरेली सिविल लाइन चैराहे से बांयी तरफ2-25.0 किमी0 जाकर रिंग रोड से होकर जौनपुर रोड पर निकल कर मुंशीगंज बाईपास से प्रयागराज की तरफ जायेगें। प्रयागराज की तरफ से लखनऊ की तरफ जाने वाले हल्ले वाहन भी इसी रास्ते से जायेगें। भारी वाहन के लिए लखनऊ से प्रयागराज की तरफ जाने के लिए बछरावां से लालगंज होकर ऊंचाहार से प्रयागराज की तरफ से जायेगें। रायबरेली से प्रयागराज की तरफ जाने वाले वाहन रायबरेली से परशदेपुर होकर सलोन से ऊंचाहार होकर प्रयागराज की तरफ जायेगें। प्रयागराज से लखनऊ या कानपुर या रायबरेली की तरफ जाने वाले वाहन लखनऊ से प्रयागराज की तरफ जाने के लिए बछरावां से लालगंज होकर ऊंचाहार से प्रयागराज की तरफ से जायेगें। रायबरेली से प्रयागराज की तरफ जाने वाले वाहन रायबरेली से परशदेपुर होकर सलोन से ऊंचाहार होकर प्रयागराज की तरफ जायेगें। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सुरक्षा कारणों को दृष्टिगत रखते हुए उक्त मार्गो पर 20 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक पूर्ण यातायात परिवर्तित होने पर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेगें। यह जानकारी अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष द्वारा दी गई है। कृत्य:नायाब टाइम्स


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मुत्यु लोक का सच:*आचार्य रजनीश* (१) जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे रिश्तेदारों से मिलने आएंगे और मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो अभी आ जाओ ना मुझ से मिलने। (२) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरे सारे गुनाह माफ कर देंगे, जिसका मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो आज ही माफ कर दो ना। (३) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरी कद्र करेंगे और मेरे बारे में अच्छी बातें कहेंगे, जिसे मैं नहीं सुन सकूँगा, तो अभी कहे दो ना। (४) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आपको लगेगा कि इस इन्सान के साथ और वक़्त बिताया होता तो अच्छा होता, तो आज ही आओ ना। इसीलिए कहता हूं कि इन्तजार मत करो, इन्तजार करने में कभी कभी बहुत देर हो जाती है। इस लिये मिलते रहो, माफ कर दो, या माफी माँग लो। *मन "ख्वाईशों" मे अटका रहा* *और* *जिन्दगी हमें "जी "कर चली गई.*
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हैप्पी बर्थडे शिवा कान्त द्विवेदी जी: Lucknow,"Happy Birthday" Aaj hamare apnye shathi Shiva Kant Dwivedi (sr,IAS) 57,years old.up government k Adhikari ka janam din hai.es Khushi me unko bahut bahut'Mubarak Baad' Happy Birthday Shivkant Dwivedi Ji jiyou saalo saal ye duwaa hai meri happy zindagi. by: Nayab Times.
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*--1918 में पहली बार इस्तेमाल हुआ ''हिन्दू'' शब्द !--* *तुलसीदास(1511ई०-1623ई०)(सम्वत 1568वि०-1680वि०)ने रामचरित मानस मुगलकाल में लिखी,पर मुगलों की बुराई में एक भी चौपाई नहीं लिखी क्यों ?* *क्या उस समय हिन्दू मुसलमान का मामला नहीं था ?* *हाँ,उस समय हिंदू मुसलमान का मामला नहीं था क्योंकि उस समय हिन्दू नाम का कोई धर्म ही नहीं था।* *तो फिर उस समय कौनसा धर्म था ?* *उस समय ब्राह्मण धर्म था और ब्राह्मण मुगलों के साथ मिलजुल कर रहते थे,यहाँ तक कि आपस में रिश्तेदार बनकर भारत पर राज कर रहे थे,उस समय वर्ण व्यवस्था थी।तब कोई हिन्दू के नाम से नहीं जाति के नाम से पहचाना जाता था।वर्ण व्यवस्था में ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य से नीचे शूद्र था सभी अधिकार से वंचित,जिसका कार्य सिर्फ सेवा करना था,मतलब सीधे शब्दों में गुलाम था।* *तो फिर हिन्दू नाम का धर्म कब से आया ?* *ब्राह्मण धर्म का नया नाम हिन्दू तब आया जब वयस्क मताधिकार का मामला आया,जब इंग्लैंड में वयस्क मताधिकार का कानून लागू हुआ और इसको भारत में भी लागू करने की बात हुई।* *इसी पर ब्राह्मण तिलक बोला था,"क्या ये तेली, तम्बोली,कुणभठ संसद में जाकर हल चलायेंगे,तेल बेचेंगे ? इसलिए स्वराज इनका नहीं मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है यानि ब्राह्मणों का। हिन्दू शब्द का प्रयोग पहली बार 1918 में इस्तेमाल किया गया।* *तो ब्राह्मण धर्म खतरे में क्यों पड़ा ?* *क्योंकि भारत में उस समय अँग्रेजों का राज था,वहाँ वयस्क मताधिकार लागू हुआ तो फिर भारत में तो होना ही था।* *ब्राह्मण की संख्या 3.5% हैं,अल्पसंख्यक हैं तो राज कैसे करेंगे ?* *ब्राह्मण धर्म के सारे ग्रंथ शूद्रों के विरोध में,मतलब हक-अधिकार छीनने के लिए,शूद्रों की मानसिकता बदलने के लिए षड़यंत्र का रूप दिया गया।* *आज का OBC ही ब्राह्मण धर्म का शूद्र है। SC (अनुसूचित जाति) के लोगों को तो अछूत घोषित करके वर्ण व्यवस्था से बाहर रखा गया था।* *ST (अनुसूचित जनजाति) के लोग तो जंगलों में थे उनसे ब्राह्मण धर्म को क्या खतरा ? ST को तो विदेशी आर्यों ने सिंधु घाटी सभ्यता संघर्ष के समय से ही जंगलों में जाकर रहने पर मजबूर किया उनको वनवासी कह दिया।* *ब्राह्मणों ने षड़यंत्र से हिन्दू शब्द का इस्तेमाल किया जिससे सबको को समानता का अहसास हो लेकिन ब्राह्मणों ने समाज में व्यवस्था ब्राह्मण धर्म की ही रखी।जिसमें जातियाँ हैं,ये जातियाँ ही ब्राह्मण धर्म का प्राण तत्व हैं, इनके बिना ब्राह्मण का वर्चस्व खत्म हो जायेगा।* *इसलिए तुलसीदास ने मुसलमानों के विरोध में नहीं शूद्रों के विरोध में शूद्रों को गुलाम बनाए रखने के लिए लिखा !* *"ढोल गंवार शूद्र पशु नारी।ये सब ताड़न के अधिकारी।।"* *अब जब मुगल चले गये,देश में OBC-SC के लोग ब्राह्मण धर्म के विरोध में ब्राह्मण धर्म के अन्याय अत्याचार से दुखी होकर इस्लाम अपना लिया था* *तो अब ब्राह्मण अगर मुसलमानों के विरोध में जाकर षड्यंत्र नहीं करेगा तो OBC,ST,SC के लोगों को प्रतिक्रिया से हिन्दू बनाकर,बहुसंख्यक लोगों का हिन्दू के नाम पर ध्रुवीकरण करके अल्पसंख्यक ब्राह्मण बहुसंख्यक बनकर राज कैसे करेगा ?* *52% OBC का भारत पर शासन होना चाहिये था क्योंकि OBC यहाँ पर अधिक तादात में है लेकिन यहीं वर्ग ब्राह्मण का सबसे बड़ा गुलाम भी है। यहीं इस धर्म का सुरक्षाबल बना हुआ है,यदि गलती से भी किसी ने ब्राह्मणवाद के खिलाफ आवाज़ उठाई तो यहीं OBC ब्राह्मणवाद को बचाने आ जाता है और वह आवाज़ हमेशा के लिये खामोश कर दी जाती है।* *यदि भारत में ब्राह्मण शासन व ब्राह्मण राज़ कायम है तो उसका जिम्मेदार केवल और केवल OBC है क्योंकि बिना OBC सपोर्ट के ब्राह्मण यहाँ कुछ नही कर सकता।* *OBC को यह मालूम ही नही कि उसका किस तरह ब्राह्मण उपयोग कर रहा है, साथ ही साथ ST-SC व अल्पसंख्यक लोगों में मूल इतिहास के प्रति अज्ञानता व उनके अन्दर समाया पाखण्ड अंधविश्वास भी कम जिम्मेदार नही है।* *ब्राह्मणों ने आज हिन्दू मुसलमान समस्या देश में इसलिये खड़ी की है कि तथाकथित हिन्दू (OBC,ST,SC) अपने ही धर्म परिवर्तित भाई मुसलमान,ईसाई से लड़ें,मरें क्योंकि दोनों ओर कोई भी मरे फायदा ब्राह्मणों को ही हैं।* *क्या कभी आपने सुना है कि किसी दंगे में कोई ब्राह्मण मरा हो ? जहर घोलनें वाले कभी जहर नहीं पीते हैं।*
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