जिला मजिस्ट्रेट ने किया विभाग का अचानक निरीक्षण: *जिला मजिस्ट्रेट ने विकास भवन स्थित कार्यालयों सहित बीएसए कार्यालय का किया औचक निरीक्षण,93 अधिकारी/कर्मचारी मिले अनुपस्थित-डीएम ने 12 अधिकारियो सहित 81 कर्मचारियों को रोका वेतन, सीडीओं को स्पष्टीकरण प्राप्त कर आख्या देने के दिये निर्देश* रायबरेली ,जिला प्रशासन ने दिनाँक,26 नवम्बर 2020 को शासन के निर्देशानुसार जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने प्रातः 10 से 10ः30 बजे के मध्य विकास भवन स्थित मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी, जिला सहायक नि.बंधक सहकारी समिति, वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा, समाज कल्याण अधिकारी, अपर जिला विकास अधिकारी (समाज कल्याण), बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय सहित 16 कार्यालयों को औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुल 93 में से 12 अधिकारी व 81 कर्मचारी की कार्यालयों में अनुपस्थिति पाये जाने पर जिलाधिकारी ने गम्भीरता से लेते हुए सभी अनुपस्थित अधिकारियो/कर्मचारियों को 1 दिन का वेतन रोकते हुए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि सम्बन्धित अनुपस्थित अधिकारियो/कर्मचारियों का स्पष्टीकरण लेकर आख्या उपलब्ध कराये। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने जिला ग्राम्य विकास अभिकरण कार्यालय के निरीक्षण के दौरान पीडी पे्रम चन्द्र पटेल, लेखाकार जयचन्द्र, रविशंकर बाजपेयी, राम लखन, जुगुल किशोर, तकनीकी अन्वेषक जयपाल सिंह, कनिष्ठ लेखा लिपिक प्रेम चन्द्र शुक्ला, कनिष्ठ लिपिक हंस कुमार आय, वाहन चालक रियाज अहमद, पत्रवाहक सुधा सिंह, कनिष्ठ लिपिक शिवेन्द्र त्रिपाठी, अशोक शुक्ला, शिवशंकर सिंह वाहन चालक व चतुर्थ श्रेणी राम शरण, शिव मोहन सहित मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय के आशुलिपिक सुशील कुमार व मनीष सोनी, वरिष्ठ लिपिक जफर अब्बास जैदी, चपरासी विपिन चन्द्र शर्मा अनुपस्थित पाये गये। इसी प्रकार जिला विकास कार्यालय में जिला विकास अधिकारी, लेखाकार बाल कृष्ण यादव, बंश गोपाल चैधरी, प्रेम नाथ श्रीवास्तव, प्रधान सहायक मधु वर्मा, यू0के0 तिवारी, गुफरानुल हक फारूकी, वरष्ठि सहायक जेबा सलमान, सुमन सिंह, रश्मि श्रीवास्तव, सुनील कुमार गुप्ता, नवनीत श्रीवास्तव, सोमिल श्रीवास्तव, उर्दू अनुवादक/प्रधान सहायक अशरफ जहां, दफ्तरी मो0 शरीफ, पत्रवाहक अहोरे लाल अनुपस्थित, मनरेगा सेल के (डीआरडीए) में डीसी मनरेगा पवन कुमार सिंह, वरिष्ठ सहायक अरविन्द कुमार, प्रधान सहायक सुबूहीजुल करनैन, फरहाना, सीओ मनरेगा अविजित कुमार व सहायक लेखाकार इन्द्रेश कुमार अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) कार्यालय में निरीक्षण पर पीओ डूडा मुनेन्द्र सिंह, सीएमएम नेहा श्रीवास्तव, सीएलटीसी उत्कर्ष शुक्ला, सीओ कुलदीप सिंह, शालिनी मिश्रा व आकांक्षा सिंह अनुपस्थित, जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में सहायक लेखाकार कु0 रितु सिंह गौतम, प्रधान सहायक निशात अंजुम व मो0 कसीम, चपरासी सत्य प्रकाश अनुपस्थित, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय में डीएसटीओ अरविन्द कुमार वर्मा, रेखा शुक्ला, अ0स0अ0 शिल्पी तिवारी व गणेश कुमार गुप्ता व जीप चालक राम खेलावन अनुपस्थित पाये गये। सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई कार्यालय में सहायक अभियन्ता ब्रजेश कुमार सिंह, अरविन्द कुमार, कनिष्ठ सहायक पवन कुमार, अमीन राम सेवक, चपरासी रविशंकर मिश्रा, सुरेन्द्र बहादुर सिंह व बलबीर सिंह पिछड़ा वर्ग कार्यालय के पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी व वरिष्ठ सहायक भाष्कर उपाध्याय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कनिष्ठ सहायक आशीष सिंह, चपरासी महेश कुमार व ईएमआईएस अनूप कुमार अनुपस्थित पाये गये। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ सहायक राकेश मिश्रा, कनिष्ठ सहायक अनुज कुमार सिंह, संगणक जमीरूलस्लाम, जिला युवा कल्याण अधिकारी कार्यालय के जिला युवा कल्याण अधिकारी व प्रधान लिपिक आशुतोष उपाध्याय अनपुस्थित पाये गये। जिला सहायक निबंधक सहकारी समिति के जिला सहायक निबधंक, स0नि0 वर्ग-2 मनोरमा पाण्डेय व संतोष सिंह यादव, उर्दू अनुवाक जावेद अख्तर, वरिष्ठ सहायक राम बहादुर यादव, सह0कृ0पर्य0 एस0 श्रीवास्तव, कनिष्ठ सहायक कुलसुम अख्तर, सहयोगी सुरेश कुमार, भैरोदीन, का0आ0 धमेन्द्र अनुपस्थित मिले। जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय के सहायक लेखाकार आनन्द कुमार पाण्डेय व चपरासी अनिल कुमार, अपर जिला विकास अधिकारी (समाज कल्याण) कार्यालय की ए0डी0डी0ओ सुनीता देवी व सहायक लेखाकार जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी सहित वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा की वित्त एवं लेखाधिकारी सीमा पाण्डेय, वरिष्ठ सम्प्रेक्षक चन्द्रदीप सिंह, अब्दुल क्यूम, टंकक उदय राज मिश्रा, कनिष्ठ सहायक अनुज कुमार श्रीवास्तव व अनुचर राजेश कुमार अनुपस्थित पाये गये। इस मौके पर योग्य कर्मठ उपनिदेशक सूचना प्रमोद कुमार उपस्थित थे। कृत्य:नायाब टाइम्स


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दिव्य ओझा उप जिला मजिस्ट्रेट बनी: दिव्या ओझा बनी "आईएएस" को उप जिलाधिकारी रायबरेली के पद पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने नियुक्त कर एक नई दिशा दी है। "माहे रमज़ान मुबारक महीने के नवे रोज़े की तहेदिल से मुबारकबाद" 'घरों में इबाबत करें जो आप और मुल्क व अवाम के लिए बेहतर है' आज का दिन "मृत्यु लोक के ईस्वर स्वरूप" चिकित्सको व उनके स्टाफ़ एवं पुलिस कर्मियों,सफाई कर्मी व *लॉक डाउन* में डियूटी पर मुस्तेद कर्मचारियों के नाम......! "17 मई 2020 तक "लॉक डाउन" तथा तीनो *गाईड लाइन* 1- रेड जोन के जिले 2-ऑरेंज जोन 3-ग्रीन जोन : का पालन देश प्रदेश वासी अपने घरों में शांतिपूर्ण नियम से कर सुरक्षित रहे और दूसरों को भी रहने की सलाह दे । ताकि *कोरोना महामारी* की जंग में विजय प्राप्ती हो। जय हिन्द जय भारत.....! कृत्य:नायाब टाइम्स *हार्दिक शुभकामनाओ के साथ बधाई*
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मुत्यु लोक का सच:*आचार्य रजनीश* (१) जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे रिश्तेदारों से मिलने आएंगे और मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो अभी आ जाओ ना मुझ से मिलने। (२) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरे सारे गुनाह माफ कर देंगे, जिसका मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो आज ही माफ कर दो ना। (३) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरी कद्र करेंगे और मेरे बारे में अच्छी बातें कहेंगे, जिसे मैं नहीं सुन सकूँगा, तो अभी कहे दो ना। (४) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आपको लगेगा कि इस इन्सान के साथ और वक़्त बिताया होता तो अच्छा होता, तो आज ही आओ ना। इसीलिए कहता हूं कि इन्तजार मत करो, इन्तजार करने में कभी कभी बहुत देर हो जाती है। इस लिये मिलते रहो, माफ कर दो, या माफी माँग लो। *मन "ख्वाईशों" मे अटका रहा* *और* *जिन्दगी हमें "जी "कर चली गई.*
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अति दुःखद: *पूर्व विधायक आशा किशोर के पति का निधन* रायबरेली,सलोन विधान सभा के समाजवादी पार्टी की पूर्व विधायक आशा किशोर के पति श्याम किशोर की लंबी बीमारी के बाद लखनऊ के एक अस्पताल में निधन हो गया।इनकी उम्र लगभग 70 वर्ष की थी और पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। स्व श्याम किशोर अपने पीछे पत्नी आशा किशोर सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। श्याम किशोर की अंत्येष्टि पैतृक गांव सुखठा, दीन शाहगौरा में किया गया।इस अवसर पर सपा के वरिष्ठ नेता रामबहादुर यादव, विधायक डॉ मनोज कुमार पांडे, आरपी यादव, भाजपा सलोन विधायक दल बहादुर कोरी, राम सजीवन यादव, जगेश्वर यादव, राजेंद्र यादव,अखिलेश यादव राहुल निर्मल आदि ने पहुंचकर शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया। कृत्य:नायाब टाइम्स
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*--1918 में पहली बार इस्तेमाल हुआ ''हिन्दू'' शब्द !--* *तुलसीदास(1511ई०-1623ई०)(सम्वत 1568वि०-1680वि०)ने रामचरित मानस मुगलकाल में लिखी,पर मुगलों की बुराई में एक भी चौपाई नहीं लिखी क्यों ?* *क्या उस समय हिन्दू मुसलमान का मामला नहीं था ?* *हाँ,उस समय हिंदू मुसलमान का मामला नहीं था क्योंकि उस समय हिन्दू नाम का कोई धर्म ही नहीं था।* *तो फिर उस समय कौनसा धर्म था ?* *उस समय ब्राह्मण धर्म था और ब्राह्मण मुगलों के साथ मिलजुल कर रहते थे,यहाँ तक कि आपस में रिश्तेदार बनकर भारत पर राज कर रहे थे,उस समय वर्ण व्यवस्था थी।तब कोई हिन्दू के नाम से नहीं जाति के नाम से पहचाना जाता था।वर्ण व्यवस्था में ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य से नीचे शूद्र था सभी अधिकार से वंचित,जिसका कार्य सिर्फ सेवा करना था,मतलब सीधे शब्दों में गुलाम था।* *तो फिर हिन्दू नाम का धर्म कब से आया ?* *ब्राह्मण धर्म का नया नाम हिन्दू तब आया जब वयस्क मताधिकार का मामला आया,जब इंग्लैंड में वयस्क मताधिकार का कानून लागू हुआ और इसको भारत में भी लागू करने की बात हुई।* *इसी पर ब्राह्मण तिलक बोला था,"क्या ये तेली, तम्बोली,कुणभठ संसद में जाकर हल चलायेंगे,तेल बेचेंगे ? इसलिए स्वराज इनका नहीं मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है यानि ब्राह्मणों का। हिन्दू शब्द का प्रयोग पहली बार 1918 में इस्तेमाल किया गया।* *तो ब्राह्मण धर्म खतरे में क्यों पड़ा ?* *क्योंकि भारत में उस समय अँग्रेजों का राज था,वहाँ वयस्क मताधिकार लागू हुआ तो फिर भारत में तो होना ही था।* *ब्राह्मण की संख्या 3.5% हैं,अल्पसंख्यक हैं तो राज कैसे करेंगे ?* *ब्राह्मण धर्म के सारे ग्रंथ शूद्रों के विरोध में,मतलब हक-अधिकार छीनने के लिए,शूद्रों की मानसिकता बदलने के लिए षड़यंत्र का रूप दिया गया।* *आज का OBC ही ब्राह्मण धर्म का शूद्र है। SC (अनुसूचित जाति) के लोगों को तो अछूत घोषित करके वर्ण व्यवस्था से बाहर रखा गया था।* *ST (अनुसूचित जनजाति) के लोग तो जंगलों में थे उनसे ब्राह्मण धर्म को क्या खतरा ? ST को तो विदेशी आर्यों ने सिंधु घाटी सभ्यता संघर्ष के समय से ही जंगलों में जाकर रहने पर मजबूर किया उनको वनवासी कह दिया।* *ब्राह्मणों ने षड़यंत्र से हिन्दू शब्द का इस्तेमाल किया जिससे सबको को समानता का अहसास हो लेकिन ब्राह्मणों ने समाज में व्यवस्था ब्राह्मण धर्म की ही रखी।जिसमें जातियाँ हैं,ये जातियाँ ही ब्राह्मण धर्म का प्राण तत्व हैं, इनके बिना ब्राह्मण का वर्चस्व खत्म हो जायेगा।* *इसलिए तुलसीदास ने मुसलमानों के विरोध में नहीं शूद्रों के विरोध में शूद्रों को गुलाम बनाए रखने के लिए लिखा !* *"ढोल गंवार शूद्र पशु नारी।ये सब ताड़न के अधिकारी।।"* *अब जब मुगल चले गये,देश में OBC-SC के लोग ब्राह्मण धर्म के विरोध में ब्राह्मण धर्म के अन्याय अत्याचार से दुखी होकर इस्लाम अपना लिया था* *तो अब ब्राह्मण अगर मुसलमानों के विरोध में जाकर षड्यंत्र नहीं करेगा तो OBC,ST,SC के लोगों को प्रतिक्रिया से हिन्दू बनाकर,बहुसंख्यक लोगों का हिन्दू के नाम पर ध्रुवीकरण करके अल्पसंख्यक ब्राह्मण बहुसंख्यक बनकर राज कैसे करेगा ?* *52% OBC का भारत पर शासन होना चाहिये था क्योंकि OBC यहाँ पर अधिक तादात में है लेकिन यहीं वर्ग ब्राह्मण का सबसे बड़ा गुलाम भी है। यहीं इस धर्म का सुरक्षाबल बना हुआ है,यदि गलती से भी किसी ने ब्राह्मणवाद के खिलाफ आवाज़ उठाई तो यहीं OBC ब्राह्मणवाद को बचाने आ जाता है और वह आवाज़ हमेशा के लिये खामोश कर दी जाती है।* *यदि भारत में ब्राह्मण शासन व ब्राह्मण राज़ कायम है तो उसका जिम्मेदार केवल और केवल OBC है क्योंकि बिना OBC सपोर्ट के ब्राह्मण यहाँ कुछ नही कर सकता।* *OBC को यह मालूम ही नही कि उसका किस तरह ब्राह्मण उपयोग कर रहा है, साथ ही साथ ST-SC व अल्पसंख्यक लोगों में मूल इतिहास के प्रति अज्ञानता व उनके अन्दर समाया पाखण्ड अंधविश्वास भी कम जिम्मेदार नही है।* *ब्राह्मणों ने आज हिन्दू मुसलमान समस्या देश में इसलिये खड़ी की है कि तथाकथित हिन्दू (OBC,ST,SC) अपने ही धर्म परिवर्तित भाई मुसलमान,ईसाई से लड़ें,मरें क्योंकि दोनों ओर कोई भी मरे फायदा ब्राह्मणों को ही हैं।* *क्या कभी आपने सुना है कि किसी दंगे में कोई ब्राह्मण मरा हो ? जहर घोलनें वाले कभी जहर नहीं पीते हैं।*
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लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट: *अभिषेक प्रकाश (आईएएस) लखनऊ जिला मजिस्ट्रेट बने* लखनऊ,अवध जनपद लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश (आईएएस) को उत्तर प्रदेश शासन ने नियुक्ति किया। नायाब टाइम्स परिवार तहेदिल से मुबारकबाद देता है। कृत्य:नायाब टाइम्स
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