यातायात सुरक्षा: जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक की अपील सड़क सुरक्षा सम्बन्धी नियमों का स्वयं भी पालन करें तथा अन्य को भी पालन करना करे सुनिश्चत-यात्रा के बड़े दुश्मन शराब, तेज रफ्तार, मोबाईल फोन और अधिकभार व नियमों की जानकारी का न होना-जूडो-कराटे, कठपुतली नृत्य व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मिशन शक्ति व यातायात के नियमों की दी गई जानकारी* रायबरेली:आज दिनाँक,11,नवम्बर, 2020 को जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव व पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने जनपद में चलाये जा रहे यातायात माह नवम्बर पर जनपद वासियों से अपील की है सरकार द्वारा जारी यातायात सम्बन्धित दिशा निर्देशों को स्वयं जाने तथा दूसरों को जानकारी दें। इसके अलावा यातायात व सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करके अपनी तथा दूसरों की जीवन की रक्षा करें। सड़क सुरक्षा सम्बन्धी नियमों का स्वयं भी पालन करें तथा अन्य को भी पालन करना सुनिश्चत करे। सड़क सुरक्षा संबंधी अपनी जिम्मेदारी निभाएं, हेलमेट लगाए, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करे, तेज गति से वाहन न चलाए, नशे की हालत मे वाहन न चलाए, निश्चित सवारी ही गाड़ी मे बैठाए, गलत ढ़ग से ओवरटेक न करे, दुर्घटना से देर भली आदि पर बोर्ड जनपद के विभिन्न स्थलो पर लगाएं ताकि लोग जागरूक हो तथा यातायात के नियमो का पालन करें। इसी क्रम में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रमों के तहत वल्र्ड वेलफेयर आर्गनाइजेशन तत्वाधान में स्थानीय मलिकमऊ जवाहर विहार कालोनी के निकट दुर्गा इण्टर कालेज में सड़क सुरक्षा जागरूकता व मिशन शक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विशेष विशेषज्ञों जिसमें यातायात प्रभारी रेखा सिंह, महिला थाना अध्यक्ष उमा अग्रवाल, एफएसएल की डा0 प्रतिभाग तिवारी, मिल ऐरिया थाना की इस्पेक्टर सुनीता कुश्वाहा, राकेश त्रिपाठी आदि ने यातायात जागरूकता सम्बन्धी जानकारी देते हुए बताया कि यातायात नियमो और संकेतो को जानकर पालन करे। बिना ड्राईविंग लाइसेन्स व हेलमेट, कार आदि में बिना सीट बैल्ट लगाये वाहन न चलाये। चढ़ाई चढ़ने वाले वाहन को पहले रास्ता दे। ओवर टेकिंग न करे तथा अपने लाईन से चले। सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित व सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के रूप में किया उन्होंने उपस्थित जनों से आहवान करते हुए कहा है कि यात्रा के बड़े दुश्मन शराब, तेज रफ्तार, मोबाईल फोन और अधिक भार है। यातायात नियमो और संकेतो को जानकर पालन करे। बिना ड्राईविंग लाइसेन्स व हेलमेट, कार आदि में बिना सीट बैल्ट लगाये वाहन न चलाये। यदि कोई एक्सिडीन्ट आदि होता है तो उसकी मद्द आवश्य करें एम्बुलेन्स, अपातकालीन नम्बर पर सूचना देकर घायल व्यक्ति की मद्द करके उसके जीवन की रक्षा करें। विशेष विशेषज्ञ व स्काउट गाइड के विशेष कार्याधिकारी लक्ष्मीकांत शुक्ला व वल्र्ड वेलफेयर आर्गनाइजेशन अध्यक्ष राकेश त्रिपाठी, देवेन्द्र शुक्ला, गौरव शुक्ला आदि ने कहा कि तेज रफ्तार गाड़ी चलाने के साथ ही यह भी देखे कि मेरे बगल में चल रहे अन्य वाहन, बुजुर्ग, साइकिल सवार व पैदल चालक के क्या बीत रही होती है। हमे चैराहो पर लगे लाईट के सिगनल पर पीली बत्ती होने पर लाल बत्ती होने से पूर्व ही प्रायः निकलने के लिए अपनी स्पीड बढ़ा देते है। जबकि यह गलत है, हमे स्पीड रोकने के लिए बे्रक लेना चाहिए। दुर्घटना से बचे सुरक्षा सुनिश्चित करे जीवन बहुमूल्य है, इसकी रक्षा करे। हमारा लक्ष्य सुगम सुरक्षित यात्रा का है। अपने को तथा दूसरो को सुरक्षित रखे इस मनोभाव के साथ यात्रा करंे। जिस व्यक्ति के साथ दुर्घटना हो जाती है उस व्यक्ति के परिवार पर क्या बीतती है उसका पूरा परिवार टूट जाता है हम लोग ज्यादा से ज्यादा संवेदना व्यक्त कर देते है। यातायात नियमो का पालन कर अपने तथा अपने सह-यात्रियो की जान माल की सुरक्षा करे तथा अपना बहुमूल्य जीवन बचाए व चैराहा पार करते समय टैªफिक संकेत को देखे तथा पास मिलने पर ही रास्ता तय करे। यातायात के नियमो की जागरूकता होने के साथ ही उनके नियमो का पालन करना भी जरूरी है। इसी मौके पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को चल रहे मिशन शक्ति के तहत माहिलाओं, किशोरियों के अधिकारों को जूडो-कराटे की रूपा गौड़ व कठपुतली नृत्य, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से माहिलाओं व किशोरियों को जागरूक करने की विस्तार से जानकारी भी दी गई। यातायात माह के दौरान यातायात सम्बन्धी निर्देशों की जानकारी देने व जागरूक करने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। कृत्य:नायाब टाइम्स


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दिव्य ओझा उप जिला मजिस्ट्रेट बनी: दिव्या ओझा बनी "आईएएस" को उप जिलाधिकारी रायबरेली के पद पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने नियुक्त कर एक नई दिशा दी है। "माहे रमज़ान मुबारक महीने के नवे रोज़े की तहेदिल से मुबारकबाद" 'घरों में इबाबत करें जो आप और मुल्क व अवाम के लिए बेहतर है' आज का दिन "मृत्यु लोक के ईस्वर स्वरूप" चिकित्सको व उनके स्टाफ़ एवं पुलिस कर्मियों,सफाई कर्मी व *लॉक डाउन* में डियूटी पर मुस्तेद कर्मचारियों के नाम......! "17 मई 2020 तक "लॉक डाउन" तथा तीनो *गाईड लाइन* 1- रेड जोन के जिले 2-ऑरेंज जोन 3-ग्रीन जोन : का पालन देश प्रदेश वासी अपने घरों में शांतिपूर्ण नियम से कर सुरक्षित रहे और दूसरों को भी रहने की सलाह दे । ताकि *कोरोना महामारी* की जंग में विजय प्राप्ती हो। जय हिन्द जय भारत.....! कृत्य:नायाब टाइम्स *हार्दिक शुभकामनाओ के साथ बधाई*
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मुत्यु लोक का सच:*आचार्य रजनीश* (१) जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे रिश्तेदारों से मिलने आएंगे और मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो अभी आ जाओ ना मुझ से मिलने। (२) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरे सारे गुनाह माफ कर देंगे, जिसका मुझे पता भी नहीं चलेगा, तो आज ही माफ कर दो ना। (३) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आप मेरी कद्र करेंगे और मेरे बारे में अच्छी बातें कहेंगे, जिसे मैं नहीं सुन सकूँगा, तो अभी कहे दो ना। (४) जब मेरी मृत्यु होगी, तो आपको लगेगा कि इस इन्सान के साथ और वक़्त बिताया होता तो अच्छा होता, तो आज ही आओ ना। इसीलिए कहता हूं कि इन्तजार मत करो, इन्तजार करने में कभी कभी बहुत देर हो जाती है। इस लिये मिलते रहो, माफ कर दो, या माफी माँग लो। *मन "ख्वाईशों" मे अटका रहा* *और* *जिन्दगी हमें "जी "कर चली गई.*
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*--1918 में पहली बार इस्तेमाल हुआ ''हिन्दू'' शब्द !--* *तुलसीदास(1511ई०-1623ई०)(सम्वत 1568वि०-1680वि०)ने रामचरित मानस मुगलकाल में लिखी,पर मुगलों की बुराई में एक भी चौपाई नहीं लिखी क्यों ?* *क्या उस समय हिन्दू मुसलमान का मामला नहीं था ?* *हाँ,उस समय हिंदू मुसलमान का मामला नहीं था क्योंकि उस समय हिन्दू नाम का कोई धर्म ही नहीं था।* *तो फिर उस समय कौनसा धर्म था ?* *उस समय ब्राह्मण धर्म था और ब्राह्मण मुगलों के साथ मिलजुल कर रहते थे,यहाँ तक कि आपस में रिश्तेदार बनकर भारत पर राज कर रहे थे,उस समय वर्ण व्यवस्था थी।तब कोई हिन्दू के नाम से नहीं जाति के नाम से पहचाना जाता था।वर्ण व्यवस्था में ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य से नीचे शूद्र था सभी अधिकार से वंचित,जिसका कार्य सिर्फ सेवा करना था,मतलब सीधे शब्दों में गुलाम था।* *तो फिर हिन्दू नाम का धर्म कब से आया ?* *ब्राह्मण धर्म का नया नाम हिन्दू तब आया जब वयस्क मताधिकार का मामला आया,जब इंग्लैंड में वयस्क मताधिकार का कानून लागू हुआ और इसको भारत में भी लागू करने की बात हुई।* *इसी पर ब्राह्मण तिलक बोला था,"क्या ये तेली, तम्बोली,कुणभठ संसद में जाकर हल चलायेंगे,तेल बेचेंगे ? इसलिए स्वराज इनका नहीं मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है यानि ब्राह्मणों का। हिन्दू शब्द का प्रयोग पहली बार 1918 में इस्तेमाल किया गया।* *तो ब्राह्मण धर्म खतरे में क्यों पड़ा ?* *क्योंकि भारत में उस समय अँग्रेजों का राज था,वहाँ वयस्क मताधिकार लागू हुआ तो फिर भारत में तो होना ही था।* *ब्राह्मण की संख्या 3.5% हैं,अल्पसंख्यक हैं तो राज कैसे करेंगे ?* *ब्राह्मण धर्म के सारे ग्रंथ शूद्रों के विरोध में,मतलब हक-अधिकार छीनने के लिए,शूद्रों की मानसिकता बदलने के लिए षड़यंत्र का रूप दिया गया।* *आज का OBC ही ब्राह्मण धर्म का शूद्र है। SC (अनुसूचित जाति) के लोगों को तो अछूत घोषित करके वर्ण व्यवस्था से बाहर रखा गया था।* *ST (अनुसूचित जनजाति) के लोग तो जंगलों में थे उनसे ब्राह्मण धर्म को क्या खतरा ? ST को तो विदेशी आर्यों ने सिंधु घाटी सभ्यता संघर्ष के समय से ही जंगलों में जाकर रहने पर मजबूर किया उनको वनवासी कह दिया।* *ब्राह्मणों ने षड़यंत्र से हिन्दू शब्द का इस्तेमाल किया जिससे सबको को समानता का अहसास हो लेकिन ब्राह्मणों ने समाज में व्यवस्था ब्राह्मण धर्म की ही रखी।जिसमें जातियाँ हैं,ये जातियाँ ही ब्राह्मण धर्म का प्राण तत्व हैं, इनके बिना ब्राह्मण का वर्चस्व खत्म हो जायेगा।* *इसलिए तुलसीदास ने मुसलमानों के विरोध में नहीं शूद्रों के विरोध में शूद्रों को गुलाम बनाए रखने के लिए लिखा !* *"ढोल गंवार शूद्र पशु नारी।ये सब ताड़न के अधिकारी।।"* *अब जब मुगल चले गये,देश में OBC-SC के लोग ब्राह्मण धर्म के विरोध में ब्राह्मण धर्म के अन्याय अत्याचार से दुखी होकर इस्लाम अपना लिया था* *तो अब ब्राह्मण अगर मुसलमानों के विरोध में जाकर षड्यंत्र नहीं करेगा तो OBC,ST,SC के लोगों को प्रतिक्रिया से हिन्दू बनाकर,बहुसंख्यक लोगों का हिन्दू के नाम पर ध्रुवीकरण करके अल्पसंख्यक ब्राह्मण बहुसंख्यक बनकर राज कैसे करेगा ?* *52% OBC का भारत पर शासन होना चाहिये था क्योंकि OBC यहाँ पर अधिक तादात में है लेकिन यहीं वर्ग ब्राह्मण का सबसे बड़ा गुलाम भी है। यहीं इस धर्म का सुरक्षाबल बना हुआ है,यदि गलती से भी किसी ने ब्राह्मणवाद के खिलाफ आवाज़ उठाई तो यहीं OBC ब्राह्मणवाद को बचाने आ जाता है और वह आवाज़ हमेशा के लिये खामोश कर दी जाती है।* *यदि भारत में ब्राह्मण शासन व ब्राह्मण राज़ कायम है तो उसका जिम्मेदार केवल और केवल OBC है क्योंकि बिना OBC सपोर्ट के ब्राह्मण यहाँ कुछ नही कर सकता।* *OBC को यह मालूम ही नही कि उसका किस तरह ब्राह्मण उपयोग कर रहा है, साथ ही साथ ST-SC व अल्पसंख्यक लोगों में मूल इतिहास के प्रति अज्ञानता व उनके अन्दर समाया पाखण्ड अंधविश्वास भी कम जिम्मेदार नही है।* *ब्राह्मणों ने आज हिन्दू मुसलमान समस्या देश में इसलिये खड़ी की है कि तथाकथित हिन्दू (OBC,ST,SC) अपने ही धर्म परिवर्तित भाई मुसलमान,ईसाई से लड़ें,मरें क्योंकि दोनों ओर कोई भी मरे फायदा ब्राह्मणों को ही हैं।* *क्या कभी आपने सुना है कि किसी दंगे में कोई ब्राह्मण मरा हो ? जहर घोलनें वाले कभी जहर नहीं पीते हैं।*
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अति दुःखद: *पूर्व विधायक आशा किशोर के पति का निधन* रायबरेली,सलोन विधान सभा के समाजवादी पार्टी की पूर्व विधायक आशा किशोर के पति श्याम किशोर की लंबी बीमारी के बाद लखनऊ के एक अस्पताल में निधन हो गया।इनकी उम्र लगभग 70 वर्ष की थी और पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। स्व श्याम किशोर अपने पीछे पत्नी आशा किशोर सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। श्याम किशोर की अंत्येष्टि पैतृक गांव सुखठा, दीन शाहगौरा में किया गया।इस अवसर पर सपा के वरिष्ठ नेता रामबहादुर यादव, विधायक डॉ मनोज कुमार पांडे, आरपी यादव, भाजपा सलोन विधायक दल बहादुर कोरी, राम सजीवन यादव, जगेश्वर यादव, राजेंद्र यादव,अखिलेश यादव राहुल निर्मल आदि ने पहुंचकर शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया। कृत्य:नायाब टाइम्स
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लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट: *अभिषेक प्रकाश (आईएएस) लखनऊ जिला मजिस्ट्रेट बने* लखनऊ,अवध जनपद लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश (आईएएस) को उत्तर प्रदेश शासन ने नियुक्ति किया। नायाब टाइम्स परिवार तहेदिल से मुबारकबाद देता है। कृत्य:नायाब टाइम्स
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